Ayatul Kursi- Verse 255
Mishari Rashid al-`Afasy Surat Al-Baqarahआयतुल कुर्सी हिंदी में पढ़े
आयतुल कुर्सी में बताया जाता है, अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लायक नही है, जिन्दा है, कर्खानाये आलम को कायम रखने वाला है, उसको न उंघ आती है, न नींद | जो कुछ भी असमान में है, या फिर जो जमीन पर है, वो सब मेरे अल्लाह व तलाह का है | कौन है, जो उसके इरादे के बिना उससे सिफारिस कर सके | हमारे अल्लाह व तलाह हमारे पास्ट और फ्यूचर को जानते है | अल्लाह तलाह के पास कितना इल्म है, कोई नही जानता लोग उतना ही जानते है, जितना वो बताते है, उनकी कुर्शी असमान और जमीन पर हावी है, असमान और जमीन का हिफाजत अलाह तलाह को थकाती नही है, और वो आलीशान अजमत वाला है ।
आयतुल कुर्सी क्या होता है ?
सूरह बकराह की आयत 255 को आयतुल कुरसी के नाम से जाना जाता है । कहा जाता है, आयतुल कुर्सी कुरान शरीफ की एक प्रसिद्ध आयत है । पूरी आयत में अल्लाह के तारीफ और उसकी शान को बयान करती है, गरिमा और गुणों का वर्णन होने के कारण अल्लाह तआला ने इस आयत में कई गुण रखे हैं । इसका पाठ करने से हमे सब जगह रहमत व बरकत होती है, यह हमे तमाम बुराइयों से बचाता है, आयतुल कुर्सी पढने से घर में रोजी रोटी आती है, साथ ही इसको पढने से कार्य काज में बढ़ोतरी होती है ।
कुरान की सबसे अनमोल आयत ?
हज़रत अबू ज़ार जुन्दुब इब्न जनादा (र) ने रसूलुल्लाह (स) से पूछा, हे अल्लाह के रसूलु (स) आपके सामने प्रकट की गई सबसे प्रतिष्ठित आयत कौन सी है? रसूल (स) ने कहा, आयतुल कुरसी ।
हज़रत अबू उमामा (र) द्वारा वर्णित, रसूलुल्लाह (स) ने कहा: जो कोई भी अनिवार्य नमाज के बाद आयतुल कुरसी पढ़ता है, उसे मौत के अलावा, जन्नत में दाखिल होने से कोई नही रोक सकता ।
Ayatul Kursi in Hindi
बिस्मिल्लाह हिरहमान निररहीम
Ayatul kursi in Arbi
ٱللَّهُ لَآ إِلَـٰهَ إِلَّا هُوَ ٱلْحَىُّ ٱلْقَيُّومُ ۚ لَا تَأْخُذُهُۥ سِنَةٌۭ وَلَا نَوْمٌۭ ۚ لَّهُۥ مَا فِى ٱلسَّمَـٰوَٰتِ وَمَا فِى ٱلْأَرْضِ ۗ مَن ذَا ٱلَّذِى يَشْفَعُ عِندَهُۥٓ إِلَّا بِإِذْنِهِۦ ۚ يَعْلَمُ مَا بَيْنَ أَيْدِيهِمْ وَمَا خَلْفَهُمْ ۖ وَلَا يُحِيطُونَ بِشَىْءٍۢ مِّنْ عِلْمِهِۦٓ إِلَّا بِمَا شَآءَ ۚ وَسِعَ كُرْسِيُّهُ ٱلسَّمَـٰوَٰتِ وَٱلْأَرْضَ ۖ وَلَا يَـُٔودُهُۥ حِفْظُهُمَا ۚ وَهُوَ ٱلْعَلِىُّ ٱلْعَظِيمُ
यह भी पढ़ें आयतुल कुर्सी बांग्ला 🎥 Ayatul Kursi
إرسال تعليق